शनिवार, 29 नवंबर 2008

टूरिस्टों की एंट्री व एक्जिट को पूरी तरह रेगयुलेट करने को कहा है।

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने होटेल इंडस्ट्री से होटेल
में आने वाले सभी टूरिस्टों की एंट्री व एक्जिट को पूरी तरह रेगयुलेट करने को कहा है। साथ ही होटेल के भीतर और परिसर में सिक्यूरिटी सिस्टम को अधिक मजबूत करने का भी सुझाव दिया है। सूत्रों का कहना है कि मुंबई के जिन होटेलों में आतंकवादी घुसे हैं, वहां सिक्यूरिटी बहुत ज्यादा कड़ी नहीं थी। एक रुटीन सिक्यूरिटी लागू रहती थी। होटेलों के अपने सिक्यूरिटी कंट्रोल रूम भी बहुत इफेक्टिव नहीं थे। सूत्रों का कहना है कि जरूरत के हिसाब से मुंबई सहित दिल्ली और अन्य राज्यों के सभी होटेलों में जनरल सिक्यूरिटी का इंतजाम रहता है। आतंकवादियों को यह बात मालूम थी कि वे इन तीनों होटेलों में बिना किसी प्रतिरोध के प्रवेश कर सकते हैं। आतंकवादियों ने बहुत ही प्लानिंग के साथ इन होटेलों को अपना टारगेट चुना। बताया जाता है कि होटेलों में घुसने के बाद इनका अपने आतंकवादी ग्रुप के साथ कम्यूनिकेशन भी आसानी से बना रहा, जिससे उन्हें अपने आतंकी इरादों को अंजाम देना और आसान हो गया। अब सुझाव है कि सभी लेवल के होटेल मैनिजमंट अपने होटलों की मुख्य लॉबी और हर फ्लोर पर रणनीतिक तरीके से क्लोज सर्किट कैमरे फिट करें ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना रोकने में उनसे मदद मिल सके। बड़े होटेलों के अलार्म सिस्टम को पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा जाए। इस बीच भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) के अशोक होटेल सहित सभी होटेलों में सिक्यूरिटी इंतजाम और मजबूत कर दिए गए हैं। अशोक होटेल, सम्राट होटेल और जनपथ होटेल में सभी प्रमुख बिंदुओं पर मेटल डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यहां तक कि आने वाले मेहमानों के समान को भी मेटल डिटेक्टर से पास कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही हर फ्लोर पर अलग से सिक्यूरिटी पर्सनल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।

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