गुरुवार, 20 नवंबर 2008

रामायण मेला बना एक आकर्षण-जगतगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी की उपस्थिति ने बनाया नया माहौल

धर्म ही हमें बचा सकता है । भगवान राम के जीवन से अनेकानेक कथाओं का उल्लेख करते हुए जगतगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने मुंगई स्थित भुवन्स कालेज के प्रांगण में आयोजित रामायण मेले में अपने प्रवचनों के माध्यम से प्राणीमात्र को धर्म के मार्ग पर चलने का आवाह्न किया ।
ज्ञातव्य है कि श्री नंद किशोर नोटियाल की के प्रयासों के परिणामस्वरूप मुंबई में रामायण मेला 14 नवम्बर से 22 नवम्बर तक चल रहा है जिसमें शहर के ही नहीं , वरन् देश के बडे बडे शहरों से भक्त गण इस कार्यक्रम में भारतीयता की झलक देखने केलिए आ रहे हैं । इस हस्तियों में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री श्रीप्रकाश जयसवाल, मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कृपा शंकरसिंह जी, शिवसेना के नेता श्री मनोहर जोशी, प्राख्यात पत्र्कार तथा देश के विभूतियां धर्मलाभ लेने केलिए हजारों की तादाद में आ रहे हैं ।
देश के नव युवकों को नई दिशा इसी प्रकार के आयोजन दे सकते हैं, तथा आगे आने वाली पीढी को मार्गदर्शन भी हमारी संस्कृति ही दे सकती है ।
इस मेले में विभिनन प्रदेशों की रामलीलाएं भी आर्कशक ढंग से दिखाई जा रही है । मेले के आयोजकों मे वर्ल्ड फाउण्डेशन के सचिव श्री अनिल त्रिवेदी जी, श्री राजीव नौटियाल का प्रमुख योगदान है ।धर्मप्रेमी सज्जनों से अपील की गई है कि 22 नवम्बर तक इस मेले में अपने परिवार सहित अवश्य आएं और अपने बच्चों में अपनी संस्कृति की एक झलक अवश्यक दिखाएं ।

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