गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013

लेखक एवं व्यंग्यकार के.पी. सक्सेना का निधन

 पद्मश्री से सम्मानित मशहूर लेखक एवं व्यंग्यकार के.पी. सक्सेना का गुरुवार को लखनऊ में निधन हो गया। वह कैंसर से पीड़ित थे। 
'स्वदेश', 'लगान', 'हलचल' और 'जोधा अकबर' जैसी फिल्मों की पटकथा और संवाद लिखने वाले सक्सेना ने गुरुवार की सुबह करीब 8.30 बजे लखनऊ के एक प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें 31 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
 
सक्सेना के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सक्सेना के चले जाने से हिन्दी साहित्य जगत और विशेष रूप से हास्य-व्यंग्य विधा को अपूरणीय क्षति पहुंची है।
 

पद्मश्री सम्मान से विभूषित सक्सेना लखनवी तहजीब एवं संस्कृति के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथाएं लिखकर फिल्म जगत में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। उन्हें अच्छी पटकथा लिखने के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामांकित भी किया गया था।

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2013

साहित्यकार राजेंद्र यादव का सोमवार देर रात निधन

 हिंदी के प्रमुख साहित्यकार राजेंद्र यादव का सोमवार देर रात निधन हो गया। वह 84 साल के थे। फिलहाल उनका शव दिल्ली के मयूर विहार स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, लंबे समय से बीमार चल रहे राजेंद्र यादव की सोमवार रात अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें घर के पास ही स्थित अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
राजेंद्र यादव हिन्दी साहित्य का एक मजबूत स्तंभ थे। उन्हें मौजूदा दौर में हिन्दी साहित्य की कई प्रतिभाओं को सामने लाने का श्रेय जाता है। उनके निधन से हिन्दी साहित्य जगत में शोक की लहर फैल गई है।