शुक्रवार, 18 सितंबर 2015

हिन्दी के श्रद्धांजलि दिवस पर विशेष

हिन्दी के श्रद्धांजलि दिवस पर विशेष
हिन्दी के श्रद्धांजलि दिवस पर विशेष
हिन्दी नहीं .... समस्त भारतीय भाषाएं
Ø सभी भारतीय भाषाओं का स्तर समान हो...
Ø 343 (1) में संशोधन हो हिन्दी की जगह समस्त भारतीय भाषाओं को समान स्थान दिया जाए । इससे अखिल भारतीय हिन्दुस्तानी भाषा का स्वतः विकास होगा ।
Ø 343  (2) को डिलीट किया जाए....
Ø 348 में अंग्रेजी को कट करके भारतीय भाषाओं को पेस्ट किया जाए
Ø भारतीय भाषाओं को उदार बना कर विदेशी भाषाओं से आये शब्दों को भारतीय भाषाओं में समाहित किया जाए..
Ø हिन्दी को भारत की देवनागरी के अलावा भारतीय भाषाओं को लिखने के लिए अन्य लिपीयों में भी लिखा जाए। इसी प्रकार तमाम भारतीय भाषाओं को देवनागरी में लिखने की परम्परा का विकास किया जाए ।
जरा बताएं कि लिपी का भेद मिट जाए तो जरा तो हिन्दी और उर्दू मे क्या भेद है ?

कोई टिप्पणी नहीं: