गुरुवार, 12 नवंबर 2009

हिंदी या अन्य किसी भारतीय भाषा के विरोध से बचें

वीएचपी ने कहा है कि मराठी भाषी लोग हिंदी या अन्य किसी भारतीय भाषा का विरोध नहीं करें, ऐसा क

रना राष्ट्रीय अखंडता का अपमान है। वीएचपी के महासचिव प्रवीण तोगड़िया ने यहां एक बयान में कहा, 'वीएचपी मराठी लोगों से दरख्वास्त करती है, जो लोग हिंदुओं के हितों के लिए लड़ते रहे हैं,हिंदी या अन्य किसी भारतीय भाषा के विरोध से बचें। ऐसे काम राष्ट्रीय अखंडता के खिलाफ हैं।'

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