इस्लामी शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबंद ने एक फतवा जारी कर कहा है कि मुस्लिम लड़कियों का मॉडलिंग करना हराम और शरियत कानून के खिलाफ है। दारुल उलूम देवबंद के फतवा विभाग की पांच सदस्यीय बेंच के मुख्य मुफ्ती हबीब उर रहमान, मुफ्ती महमूद हसन, मुफ्ती फखरूल इस्लाम, मुफ्ती जैनुल इस्लाम और मुफ्ती वकार अली ने यह फतवा जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि महिलाओं के मॉडलिंग करने तथा उस दौरान भौंडेपन और बदन का प्रदर्शन करने वाले लिबास पहनना शरियत कानून के खिलाफ है। इस्लामी कानून में ऐसा करना हराम है।
मंगलवार, 6 अप्रैल 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें